माहेश्वरी परिचय

जन्म-मरण विहीन एक ईश्वर (महेश) में आस्था और मानव मात्र के कल्याण की कामना माहेश्वरी धर्म के प्रमुख सिद्धान्त हैं। माहेश्वरी समाज सत्य, प्रेम और न्याय के पथ पर चलता है। शरीर को स्वस्थ-निरोगी रखना, कर्म करना (मेहनत और ईमानदारी से काम करना), बांट कर खाना और प्रभु की भक्ति (नाम जाप एवं योग साधना) करना इसके आधार हैं। माहेश्वरी अपने धर्माचरण का पूरी निष्ठा के साथ पालन करते है तथा वह जिस स्थान / देश / प्रदेश में रहते है वहां की स्थानिक संस्कृति का पूरा आदर-सन्मान करते है, इस बात का ध्यान रखते है; यह माहेश्वरी समाज की विशेष बात है। आज दुनियाभर के कई देशों में और तकरीबन भारत के हर राज्य, हर शहर में माहेश्वरीज बसे हुए है और अपने अच्छे व्यवहार के लिए पहचाने जाते है।

डिजिटल समाज

‘‘डिजिटल समाज’’ की अवधारणा के अन्तर्गत समाज के इतिहास, संविधान, केन्द्रीय कार्यकारिणी, महिला संगठन, युवा संगठन स्थानीय समिति एवं न्यास के पदाधिकारियों की जानकारी, जनगणना, टेलीफोन डायरेक्ट्री एवं अविवाहित युवक युवतियों की जानकारी संग्रहित कर वेब पोर्टल का निर्माण किया गया है। के.का.का. एवं स्थानीय समितियों के समाचार भी इस पोर्टल में उपलब्ध कराये जायेंगे।
उक्त वेब पोर्टल केन्द्रीय कार्यकारिणी समिति का एक ‘‘महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट’’ है जिसका प्रमुख उद्देश्य युवा पीढ़ी को समाज से जोड़ना एवं इसके माध्यम से समाज बंधुओं के बीच एक सम्पर्क सूत्र स्थापित करना है जो कि सामाजिक विकास में सहभागी होगा।
वेब पोर्टल के निर्माण हेतु आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराने एवं इस जानकारी में नियमित रखरखाव यथा जन्म-मृत्यु की जानकारी, विवाह की जानकारी, पते-फोन नं. में परिवर्तन की जानकारी अपडेट करने हेतु प्रत्येक समिति से दो युवा साथियों को आईटी सेल से जोड़ा जा रहा है, जो यह जानकारी अपडेट करने में सहायक होंगे।

जनगणना

वैवाहिकी

डायरेक्ट्री

बिजनेस डायरेक्ट्री

श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर

गतिविधियाँ

आस्था दिवस एवं सिद्ध मेला २५ दिसंबर !